मेरा नाम... SHABAN... हे मेरा पडोसी...
RAMZAN... आपके घर तशरीफ ला रहे हे वो अपने साथ अपने बेटे ROZA ओर दो बच्चियोँ...
SEHERI.. OR.... IFTARI.. को भी साथ ला रहे हे ओर उनके साथ साथ दूसरे मेहमान.... RAHEMAT..., BARKAT......, Aur.............., MAGFIRAT.., आ रहे हे उम्मीद है की आप उनका खूब अच्छी तरह इस्तेकबाल करेंगे... वो सिर्फ 30 दिन ही रहेंगे फिर ईद फी फ्लाइट से चले जाएंगे.... अल्लाह हम सबको आनेवाली मेहमान की क़दर करने की तोफिक अता फरमाएं आमीन..
bilkul nya पत्नी मायके जाती है और मज़े लेने के लिये पति को मैसेज भेजती है: "मेरी मोहब्ब्त को अपने दिल में ढूंढ लेना; और हाँ, आटे को अच्छी तरह गूँथ लेना! मिल जाए अगर प्यार तो खोना नहीं; प्याज़ काटते वक्त बिलकुल रोना नहीं! मुझसे रूठ जाने का बहाना अच्छा है; थोड़ी देर और पकाओ आलू अभी कच्चा है! मिलकर फिर खुशियों को बाँटना है; टमाटर जरा बारीक़ ही काटना है! लोग हमारी मोहब्ब्त से जल न जाएं; चावल टाइम पे देख लेना कहीं गल न जाएं! कैसी लगी हमारी ग़जल बता देना; नमक कम लगे तो और मिला लेना!
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